मुसाफ़िर / Traveler

आया मेरे आंगन एक मुसाफ़िर , मतवाली सी चाल दिखाने.......सिकीलधी निहारे पेड़ के भीतर बसी कोई अपने पसंद की चीज़ ढूँढने ..........सिकीलधी चला है उड़ने यहाँ से अब वो, कहीं और आशियाँ बनाने......सिकीलधी थामे मुख में ढाल की टहनी, नैनों से चहूं ओर निहारे.......सिकीलधी