हमें भी दादी तेल लगाती थी, सिर की मालिश कर जाती थी। बालों में हाथ घुमाकर हर तरफ़ , वह अपना प्यार जताती थी…..
पोस्ट कार्ड / Post Card
हमें भी दादी तेल लगाती थी, सिर की मालिश कर जाती थी। बालों में हाथ घुमाकर हर तरफ़ , वह अपना प्यार जताती थी…..
याद है बचपन की अठखेली वो पूछना एक दूजे से पहेली खेल खिलौने अद्भुत न्यारे गेंद व गुड़ीयॉं प्यारे प्यारे वो रंग भरी लम्बी पिचकारी ग़ुबारों में जल भर होली की तैयारी वो छत पर खेलना छुपन छुपाई बात बात पर करना लड़ाई याद आते हैं मेरे भैया प्यारे, वो दिल्ली के साँझ सखारे वो … Continue reading रक्षा बन्धन