हमें भी दादी तेल लगाती थी, सिर की मालिश कर जाती थी। बालों में हाथ घुमाकर हर तरफ़ , वह अपना प्यार जताती थी…..
पोस्ट कार्ड / Post Card

हमें भी दादी तेल लगाती थी, सिर की मालिश कर जाती थी। बालों में हाथ घुमाकर हर तरफ़ , वह अपना प्यार जताती थी…..
अपनी सभ्यता भूल, निभाया पराया धर्म।
अपनों को तज, ग़ैरों को मनाया ।
काश कि हर मॉं अपने जीवन काल में अपने परिवार जनों को एकजुट देख पाए।